इस bhoot ki kahani के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे है कि एक छलावा कितना ज्यादा खतरनाक हो सकता है और कुछ ही पल मे किसी भी जान आसानी से ले सकता है तो आइये पड़ते है इस कहानी को।
आप सभी भाइयों ने कभी न कभी किसी छल या छलावा के बारे तो पड़ा या सुना जरूर होगा छलावा ऐसा भूत होता हैं जो हमें सिर्फ आबाजो से सम्मोहित करता हैं जब छलावा की इन आबाजो से कोई आदमी सम्मोहित होता हैं तब उस आदमी की मौत तय हैं आइये चलते हैं छलावा के ऊपर एक लड़के की मौत की कहानी ये कहानियां केवल मनोरंजन के लिए है क्रपया इन कहानियों को गंभीरता न ले
फेरे फेरे सब निबट गए और नत्थू राम की बेटी विदा हो कर चली गयी शाम के बज चुके थे दीपक और सोनू ने शराब पी और नशे में होकर दीपक ने सोनू से कहा सोनू चल उस तालाब के पास चलते नशे होने के कारण सोनू ने भी हा कर दी और एक बोतल लेकर तालाब के पास चल दिए और तालाब के पास जाकर बेठ गए और बोतल खोकर पैक मरने लगे दीपक हस रहा था की इस तालाब के पास को जाने के लिए गाँव के लोग हमें मना कर रहे थे लेकिन यहाँ तो कुछ एसा नहीं हैं आधा घंटे तक दीपक और सोनू बेठे रहे और आधे घंटे बाद एक लड़की की पाजेब की आबाज सुने देने लगी दीपक ने सोचा कोई लड़की यहाँ पर है दीपक ने सोनू को वहा से उठाया और पाजेव की आबाज को सुनकर उसका पीछा करने लगे कुछ देर बाद यह आबाजे आना बंद हो गयी रात के समय में अकिले लड़की सुनसान जगह पर आई है इसका मतलब हमारी तो मौज हो गयी दीपक ने सोचा की लड़की हमसे छुपने की कोशिश कर रही है लेकिन दीपक और सोनू को यह नहीं पता था की वह लड़की की पाजेव की आबाज नहीं है वह एक छलावे का झासा हैं कुछ देर बाद उन दोनों को पाजेवो की आबाजे सुने देने लगी ये आबजे तालाब के किनारे से आ रही थी chhalava ka qahar bhoot ki kahani
दीपक और सोनू इन आबाज के जरिये तालाब के किनारे तक पहुच गए और उन्हें एक लड़की पानी में खडी दिकाही दे रही थी और अपने पास बुलाने का इशारा दे रही थी दीपक और सोनू ने इन इशारो देखा तो वह गदगद हो गए और पानी के अंदर जाने लगे जेसे ही पानी के अंदर गए वेसे छलावा ने दीपक और सोनू को पानी में डूबा कर उनकी हत्या कर दी जब सुवह को देखा तो दीपक और सोनू घर में मोजूद नहीं थे घर सदश्यो उन दोनों को तलाशना चालू कर दिया जब सब जगह उन्हें डूड लिया लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला गाँव के ही एक आदमी ने तालाब पर तलाश करने कहा जब वहा जाकर देखा तो दोनों की लाशे तालाब में गाड़ी हुई थी जो बड़े बुजुर्ग कहते थे वो सच था सब की समझ में आ गया
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लड़की के चक्कर मे छालावा के शिकार हुए ये 2 लड़के, भूत की कहानी
आप सभी भाइयों ने कभी न कभी किसी छल या छलावा के बारे तो पड़ा या सुना जरूर होगा छलावा ऐसा भूत होता हैं जो हमें सिर्फ आबाजो से सम्मोहित करता हैं जब छलावा की इन आबाजो से कोई आदमी सम्मोहित होता हैं तब उस आदमी की मौत तय हैं आइये चलते हैं छलावा के ऊपर एक लड़के की मौत की कहानी ये कहानियां केवल मनोरंजन के लिए है क्रपया इन कहानियों को गंभीरता न ले
तालाब एक भूतिया तालाब हैं इधर जाना मना है bhoot ki kahani
विजय पुर नामक एक गाँव था इस गाँव के पास एक बहुत बड़ा तालाब था बड़े बुजुर्गो का कहना था यह तालाब एक भूतिया तालाब हैं जो की बड़े बुजुर्ग लोग इस तालाब की हकीक़त को जानते थे उन्होंने देखा था की इस तालाब के पास जाने पर क्या हो सकता हैं कई बच्चों की लाशे इस तालाब में मिली इन लाशो का सर नीची गढ़ा हुआ और दोनों पैर उपर इस प्रकार की घटनाये इस तालाब में हो चुकी थी तो गाँव के लोग अपने बच्चों को समझाते थे की इस तालाब के पास न जाए जब ज्यादा घटनाये घटने लगी तो लोगो ने इस तालाब के रात को तो दूर दिन जाना छोड़ दिया था लोगो अक्सर इस तालाब से ये काम रहता था की पूरा गाँव इस तालाब पर शोच के लिए जाता था तो जेसे ही इस तालाब पर अकेले शोच पर गए आदमी की ही ज्यादा मौते होती थी क्योकि छलावा केवल अकेले आदमी को देख कर उसको अपना शिकार बनाता हैं कई बच्चे जो खेलने के लिए तालाब पर जाते थे उन बच्चों में से रहष्य में डंग मौत हो जाती थी मौते सभी एक प्रकार की ही होती थी सर नीचे दोनों पैर ऊपर एसा होने पर गाँव के लोग इस तालाब की पूरी हकीक़त जान चुके थे
गाँव के सभी लोगो ने इस तालाब पर शोच के लिए जाना बंद कर दिया और डब्बे में पानी भर खेतो में शोच के लिए जाया करते थे इस प्रकिर्या को अपना तो गाँव यह घटना कम हो गयी फिर किसी मौत नहीं हुई क्योकि वहा कोई जाता नहीं था समय बीतता गया 10 साल हो गए गाँव में सुधर आ गया पहले सभी घर कच्चे बने हुये थे अब इस गाँव में हर किसी के पास अपना मक्का माकान था जयादा से ज्यादा लोग शिकक्षित थे सभी के पास सोचालय थे तो उन गाँव के लोगो तालाब के पास जाने की जरुरत क्या थी यह सब हादसे विल्कुल शुन्य प्रतिशत हो गए ज्यादातर लोग इस तालाब की पिछली कहानी भूल गए क्योकि जो बड़े बुजुर्ग थे वह ज्यादा संख्या में गुजर चुके थे उनमे से दो या तीन लोग ही बच्चे थे जो की इस तालाब के बारे में जानते थे लेकिन यह सच्चाई केवल एक कहानी के रूप में देखा जाता था इस सच्चाई पर कोई विश्वाश नहीं करता था तो जो बड़े बुजुर्ग थे वह अपना मजाक नहीं बनबाना चाहते थे इसलिए वह कुछ नहीं बोलते थे chhalava ka qahar bhoot ki kahani
गाँव में ग्राम प्रधान के यहाँ शादी थी ग्राम प्रधान का नाम नत्थू राम था नत्थू राम की एक लोटी बेटी थी नत्थू राम अपनी बेटी की शादी बड़ी धूम धाम से करना चाहते थे इसलिए अपने सभी रिश्तेदारों को बुलबाया जो कुछ रिश्तेदार शहर में रहा करते थे जो काफी मालदार भी थे शादी में शादी के तीन चार दिन पहले सारे महमान आ चुके थे शादी का प्रोग्राम अच्छा चल रहा था उन महमानों में दो लड़के थे एक का नाम दीपक था और दुशरे लड़के का नाम सोनू था यह दोनों लड़के शहर में पले बड़े हुए थे गाँव में आकर गाँव की भाषा और सहन देख कर इनको हसी आती थी क्योकि गाँव अक्सर देहाती भाषा को ही बोला जाता हैं दीपक की बॉडी काफी अच्छी थी तो दीपक अपनी बॉडी के गुरुर में रहता था और किसी बात नहीं माता था दीपक और सोनू दोनों गाँव के बहार गाँव केसा है यह देखने चले जाते दो दिन बीत गए शादी को सिर्फ एक दिन शेष बचा शादी की तयारी चल रही थी दीपक को किसी व्यक्ति ने तालाब के बारे में बताया और उधर न जाने को कहा दीपक ने यह बात इसलिए टाल दी क्योकि दीपक समझ रहा था की गाँव के लोग उन्हें डराना चाहते हैं अगला दिन हुआ बारात गाँव में आ गयी दी की बारात थी बारात २ बजे टाइम तक चढ़ चुकी थी और फेरो का इंतजाम चल रहा था
गाँव के सभी लोगो ने इस तालाब पर शोच के लिए जाना बंद कर दिया और डब्बे में पानी भर खेतो में शोच के लिए जाया करते थे इस प्रकिर्या को अपना तो गाँव यह घटना कम हो गयी फिर किसी मौत नहीं हुई क्योकि वहा कोई जाता नहीं था समय बीतता गया 10 साल हो गए गाँव में सुधर आ गया पहले सभी घर कच्चे बने हुये थे अब इस गाँव में हर किसी के पास अपना मक्का माकान था जयादा से ज्यादा लोग शिकक्षित थे सभी के पास सोचालय थे तो उन गाँव के लोगो तालाब के पास जाने की जरुरत क्या थी यह सब हादसे विल्कुल शुन्य प्रतिशत हो गए ज्यादातर लोग इस तालाब की पिछली कहानी भूल गए क्योकि जो बड़े बुजुर्ग थे वह ज्यादा संख्या में गुजर चुके थे उनमे से दो या तीन लोग ही बच्चे थे जो की इस तालाब के बारे में जानते थे लेकिन यह सच्चाई केवल एक कहानी के रूप में देखा जाता था इस सच्चाई पर कोई विश्वाश नहीं करता था तो जो बड़े बुजुर्ग थे वह अपना मजाक नहीं बनबाना चाहते थे इसलिए वह कुछ नहीं बोलते थे chhalava ka qahar bhoot ki kahani
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गाँव में ग्राम प्रधान के यहाँ शादी थी ग्राम प्रधान का नाम नत्थू राम था नत्थू राम की एक लोटी बेटी थी नत्थू राम अपनी बेटी की शादी बड़ी धूम धाम से करना चाहते थे इसलिए अपने सभी रिश्तेदारों को बुलबाया जो कुछ रिश्तेदार शहर में रहा करते थे जो काफी मालदार भी थे शादी में शादी के तीन चार दिन पहले सारे महमान आ चुके थे शादी का प्रोग्राम अच्छा चल रहा था उन महमानों में दो लड़के थे एक का नाम दीपक था और दुशरे लड़के का नाम सोनू था यह दोनों लड़के शहर में पले बड़े हुए थे गाँव में आकर गाँव की भाषा और सहन देख कर इनको हसी आती थी क्योकि गाँव अक्सर देहाती भाषा को ही बोला जाता हैं दीपक की बॉडी काफी अच्छी थी तो दीपक अपनी बॉडी के गुरुर में रहता था और किसी बात नहीं माता था दीपक और सोनू दोनों गाँव के बहार गाँव केसा है यह देखने चले जाते दो दिन बीत गए शादी को सिर्फ एक दिन शेष बचा शादी की तयारी चल रही थी दीपक को किसी व्यक्ति ने तालाब के बारे में बताया और उधर न जाने को कहा दीपक ने यह बात इसलिए टाल दी क्योकि दीपक समझ रहा था की गाँव के लोग उन्हें डराना चाहते हैं अगला दिन हुआ बारात गाँव में आ गयी दी की बारात थी बारात २ बजे टाइम तक चढ़ चुकी थी और फेरो का इंतजाम चल रहा था
लड़की की पाजेब की आबाज से फसाया छालवा ने
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आप की कहानी ने तो मुझे डरा दिया बहुत बढ़िया कहानी है
ReplyDeletemoral story in hindi
sriman hamari kahani padne ke liye bahut bahut dhanyabad
ReplyDeletewHAT A sTORY
ReplyDeletedurga puja wishes
comment karne ke liye bahut dhanyabad hamari kahani padne ke liye aapka bahut bahut sukriya
ReplyDeleteHI NICE post.bhote achhi kahani hai.
ReplyDeleteHappy Durga puja
hamari kahani padne ke liye aapka dil se dhanyabad thanx for comment
ReplyDeletehum aapke manoranjan ke liye aage bhi kahaniya laate rahenge thanx for comment dear
ReplyDeletethanx for comment
ReplyDeleteBest kahani
ReplyDeletesir hamari kahani padne ke liye bahut bahut dhanyabad
ReplyDeleteHave you ever considered writing an ebook or guest authoring on other websites? I have a blog centered on the same ideas you discuss and would love to have you share some stories/information. I know my readers would enjoy your work. If you're even remotely interested, feel free to shoot me an email.
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ReplyDeletenice article
ReplyDeleteApaki Kahani Bahut Achhi Hai Nice Horror Story In Hindi
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