शैतानी गाँव bhoot ki kahani
bhoot ki kahani:- कमल पूरा नमक एक गाँव था . कभी इस गाँव की आबादी लगभग 7 से 8 हजार थी . यह कस्वा काफी खुशहाल ज़िन्दगी वसर करता था . एसा माना जाता है कि खुशहाल में किसी की बुरी नजर लग जाए तो पूरी ज़िन्दगी तबाह कर देती हैं . इस गाँव के लोग ज्यादातर खेती किसानी करके अपना गुजारा किया करते थे . एक रात किसी नाबालिक बच्ची का बलात्कार हो जाता है .पूरा गाँव परेशांन हो उठता है .और आग बबूला हो जाता हैं . इतनी नीच हरकत कौन कर सकता हैं .
bhoot ki kahani:- कमल पूरा नमक एक गाँव था . कभी इस गाँव की आबादी लगभग 7 से 8 हजार थी . यह कस्वा काफी खुशहाल ज़िन्दगी वसर करता था . एसा माना जाता है कि खुशहाल में किसी की बुरी नजर लग जाए तो पूरी ज़िन्दगी तबाह कर देती हैं . इस गाँव के लोग ज्यादातर खेती किसानी करके अपना गुजारा किया करते थे . एक रात किसी नाबालिक बच्ची का बलात्कार हो जाता है .पूरा गाँव परेशांन हो उठता है .और आग बबूला हो जाता हैं . इतनी नीच हरकत कौन कर सकता हैं .
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पूरा गाँव मिलकर उस आरोपी की तलाश में जुट जाते हैं . केसे न केसे उस आरोपी पता चलता है वह गाँव का हि रहना वाला सद्श्य था . बो भागने की कोशिश करता हैं .लेकिन गाँव वाले उसे दबोच लेते हैं . उस बच्ची के पडोश में रहता था .उसका नाम बाबू राम था . गाँव वाले बाबु राम की पिटाई जमकर करते हैं . इतना मारते हैं की अदमरा कर देते हैं . और गाँव के बहार कर देते हैं . और चेतावनी देते हैं की अगर वो गाँव में दुबारा दिखाई दिया तो सब मिलकर जान से मार देंगे बाबु राम अपनी जान बचाकर भाग जाता हैं bhoot ki kahani.
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कमल पुर गाँव से बहुत नफरत अपने दिलों दिमाग में उतार लेता हैं .बाबु राम शहर चला जाता अपनी रोजी रोटी के लिए एक छोटे से ढाबे पर नोकरी करने लगता हैं . जिससे उसका दो टाइम की रोटी भी मिल जाया करती थी और कुछ पैसे भी मिल जाया करते थे ढाबे अनेक प्रकार के लोग आया करते थे . बाबु राम सबको खाना खिलाने का काम करता था .
एक बार भूत प्रेतों को भगाने बाले बाबा की मुलाक़ात बाबु राम से हो जाती बाबा ढाबे पर खाना खाने आया था . बाबु राम बाबा से दो चार बातें करता हैं . कहना खिलाते खिलाते बाबा का पता ले लेता हैं . बाबु राम बाबा से मिलने उसी पते पर बाबा के घर चला जाता हैं . बाबा मिल जाते हैं बाबा अकेला हि उस रहा करता था . बाबु राम बाबा से मिलता है बाबा का हालचाल पूझता हैं . बाबा और बाबु राम की बहुत देर बात चीत चलती हैं . वापस बाबु राम ढाबे आ जाता हैं .
एसे हि बाबु राम बाबा से कई मुलाकाते करता हैं . बाबा बाबु राम पर भरोषा करने लगता है और अच्छा इन्शान समझने लगता हैं . बाबु राम बाबा का बहुत राज जान चूका होता हैं . जब बाबा किसी पीड़ित व्यक्ति का इलाज कर रहा होता हैं तो बाबा भूतों प्रेतों को भगाने बाली किताब का ज्यादा इस्तेमाल करता हैं बाबु राम को पता चल जाता हैं की बाबा इसी किताब के जरिये भूतो को बुला भी सकता है वश में भी कर सकता हैं और भगा भी सकता हैं.
बाबु राम की नज़र उस किताब ज्यादा रहती है की इसे हासिल केसे किया जाये . तो अक्सर बाबु राम बाबा के घर जाता था जब बाबा अपने घर नहीं होता था कही बहार गया होता था . बाबु राम उस किताब को चुराने की फ़िराक में बाबा के घर जाता था . लेकिन बाबु राम सफल नहीं हो पाता था क्योकि बाबा अपनी किताव को छुपा कर रख कर जाता था . एक दिन बाबा बहार जा रहा था तो किताब को छुपाते समय बाबा को बाबु राम देख लेता हैं bhoot ki kahani.
बाबा के जाने के बाद बाबु राम किताब को वहा से चुरा लेता हैं . और शहर से भाग जाता हैं . कही दूर जाकर दूसरे शहर में रहने लगता हैं। और भूत प्रेत की किताब को पड़ता रहता हे इस किताब में भूत प्रेतों तथा शैतानो को अपने बस में करने का सभी क्रियाएँ पुरे विवरण से लिखी हुई थी बाबू राम 5 से 6 महीनो में किताब की जानकारी प्राप्त कर लेता हे और शैतानो को वस् में कर कर उनसे छोटे मोठे काम लेता हे शैतान उसकी बात को मानते हे और काम भी करते हैं बाबू राम कमल पुर गाँव को उन शैतानो दुरा ख़त्म करने के इरादे से शैतानो को कमल पूरा गाओं भेज देता हैं
शैतान कमल पुर गाँव में पहुच कर वहा पर अपनी हैवानी दिखने लगते हैं . और कमल पुरे गाँव के के लोगो को के शरीर में में घुश जाते हैं . एक एक आदमी को मरने लगते हैं . शैतान आदमी का शरीर वश में कर कर उससे अपने हाथों से चाकू मर लेना या झत के कूद जाने की वारदाते होने लगती हैं . और बड़ी तादात में आदमी मरने लगते हैं . इतनी तादात में आदमी के मरने से जो गाँव के अन्य लोग थे वोह गाँव छोड़कर भागने लगते हैं और अपनी जान बचाते हैं bhoot ki kahani
ज्यादातर लोग मारे जा चुके थे और जो बाख गए थे वे वो लोग थे जो गाँव से पलायन कर चुके थे गाँव में पड़ी लाशों को भी कोई नहीं आता क्योकी वह गाँव एक शैताबी गाँव बन चूका था . उस गाँव में पड़ी लाशे वही पर सद जाती हैं . लेकिन किसी की भी हिम्मत न होती की उस गाँव में दुबारा जा सके इस तरह कमल पुर गाँव शैतानी गाँव बन चूका था .
दोस्तो आपको ये bhoot ki kahani कैसी लगी हमे कमेंट मे जरूर बताए आपका दिन शुभ रहे।
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