शरारती भूत की कहानी, bhoot ki kahani 2019
नमस्कार दोस्तो आप सभी का हमारे ब्लॉग bhoot ki kahani मे बहुत- बहुत स्वागत है हम आपको आज बताने जा रहे है एक ऐसी कहानी के बारे मे जो bhoot तो होता है लेकिन बहुत ही शरारती होता है। दोस्तो इस कहानी को क्रपया पूरा पड़े तभी आपको पूरी कहानी समझ मे आएगी तो आइये जानते है इस कहानी के बारे मे।
2 दोस्त बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे। इन दोस्तो का नाम एक का तो राजू था और दूसरे का नाम रामू था। यह दोनों दोस्त अक्सर साथ रहा करते थे। इन दोनो दोस्तो की दोस्ती बहुत ज्यादा अटूट थी कभी भी इन दोनों मे लड़ाई नहीं हुआ करती और नाही यह दोस्तो एक दूसरे से दूर रहा करते थे। राजू नाम का दोस्तो बहुत शरारती हुआ करता था और राजू नाम का दोस्त बहुत सीधा था।
राजू की वजह से रामू खुश रहता था क्योकि राजू चुलबुला किसम का लड़का था। राजू ही नए- नए तरीके या जोक्स मारकर रामू को हँसाया करता रहता था यही वजह थी रामू राजू से बहुत प्यार किया करता था और अपने भाई की तरह उसको मानता था। इन दोनों के परिवार मे राजू गरीब फेमिली से था और रामू अमीर फेमिली से संबंध रखता था।
इन दोनों के परिवार वाले भी इनकी दोस्ती को देखकर कुछ नहीं बोला करते थे वो जानते थे कि इन दोनों को अलग करना बहुत ही मुश्किल है क्योकि यह दोनों एक दूसरे से जुदा नहीं रह सकते। इसलिए इन दोनों के परिवार वाले दोनों से कुछ नहीं कहा करते थे। रामू के पास अच्छा खासा पैसा घर से मिलता था ताकि वह अपना खर्चा कर सके। शरारती भूत की कहानी, bhoot ki kahani 2019.
राजू के पास इतना पैसा नहीं रहा करता था कि वह अपना खर्चा कर सके इसी बात पर राजू नाखुश हो जाया करता था और अपने दोस्त रामू से कहा करता था। मे बहुत गरीब हूँ मे अपना खर्चा नहीं उठा पाता और तुम्हारे कंधो पर वजन रखे पड़ा हूँ। इस बात पर रामू राजू से नाराज हो जाया करता था कि तुम ऐसी बात कैसे कर सकते हो।
रामू ने कहा:- मे तुम्हें अपना दोस्त नहीं समझता वल्कि अपना छोटा भाई समझता हूँ आज के बाद दुबारा यह बात मत कह देना। रामू कि इस बात को सुनकर राजू खुशी से झूम उठता है और रामू को अपने गले से लगा लेता है। रामू जहा भी जाता था अपने दोस्त राजू को साथ ले जाता था ताकि उसको अपने दोस्त की कमी का एहसास न हो सके।
राजू और रामू ज़्यादातर समय एक साथ बिताया करते थे और रात को भी साथ ही सोया करते थे। राजू ने रामू की एक कमजोरी को पकड़ लिया था। रामू की कमजोरी थी कि वह रात होने पर bhuto से बहुत ज्यादा डरा करता था। इसी बात का फ़ायदा राजू उठाया करता था और रोज रात को bhoot ki kahani सुनाकर डराया करता था।
ऐसा करने मे राजू को बहुत मज़ा आया करता था और जब रामू डर जाया करता था तब राजू बहुत ज़ोर- ज़ोर हंसा करता था। रामू राजू से मना करता था कि इस तरह का मज़ाक मत किया करो मे बहुत ज्यादा डर जाता हूँ राजू हँसते- हँसते रामू से कहता की अब मज़ाक नहीं करूंगा लेकिन शरारती राजू मन मे सोचता है कि आने वाले कल मे मे तुझे ओर भी ज्यादा डराऊंगा।
एक दिन राजू रामू से कहकर चला जाता है कि मे आज अपनी माँ के साथ काही जा रहा हूँ मे आज रात तुम्हारे पास नहीं आ पाऊँगा। ऐसा कहकर राजू वहा से चला आता है। उस रात को रामू को डराने का इंतजाम करने लगता है। असल मे राजू को अपनी माँ के साथ कही जाने का एक बहाना और रात को रामू को डराना था। राजू एक bhayanak bhoot का मखोटा लेता है और साथ मे काले कपड़े भी लेता है।
जब रात हो जाती है तो राजू करीब 11 बजे चुपके से रामू के कमरे मे चला जाता है जिस समय रामू सो रहा होता है। राजू सबसे पहले कुछ आबाजों के जरिये रामू को डराता है रामू ये आबाजे सुनकर उठ जाता है और कहने लगता है कौन है यहा पर लेकिन किसी तरह का कोई जबाब राजू कि तरफ से नहीं आता है। रामू डरने लग जाता है और अपने बिस्तर पर सिमट कर बैठ जाता है।
राजू उस समय पर एक जगह पर छुपा होता है राजू सही समय का इंतजार कर रहा होता है कि रामू को और ज्यादा डराया जा सके। राजू जब उस जगह से निकल कर अचानक रामू के सामने आता है तब रामू बुरी तरह से डर जाता है। इस डर के मारे रामू को कुछ होश नहीं रहता है और एक लोहे की चीज उठाकर राजू के सर मे मार देता है राजू वही पर गिर जाता है और उसके सर मे से खून निकलने लगता है। शरारती भूत की कहानी, bhoot ki kahani 2019.
रामू खून देख समझ जाता है कि यह कोई bhoot नहीं है वल्कि एक आदमी है जब उसका मखोटा उतारकर देखता है तो उसका ही दोस्त राजू निकलता है। यह सब देख रामू घबरा जाता है और राजू को उठा कर एक अस्पताल मे ले जाता है जल्दी से राजू को अस्पताल मे भर्ती करबा देता है। कुछ देर बाद जब डॉक्टर बाहर आते है तो उनका कहना यही होता है कि राजू के सर मे गहरी चोट आई है।
तीन दिन तक राजू का इलाज किया जाता है और फिर उसी अस्पताल मे दम तोड़ देता है। राजू के मरने के बाद रामू सदमे मे चला जाता है और 5 6 दिन तक कुछ नहीं खाता है। रामू राजू को भूल नहीं पा रहा था उसकी यादें रामू को पल- पल सता रही थी और रामू को इस बात का भी अफसोस था कि उसके दोस्त की मौत उसकी वजह से हुई है।
एक महीना बीत जाता है और रामू राजू को भूलने भी लगता है कि एक दिन अचानक रात को कुछ अजीब आबाजे रामू को सुनाई देने लगती है। रामू डर तो जाता है लेकिन अपने आप पर सैयम रखता है कि आखिर कोई ओर मज़ाक नहीं कर रहा हो। रामू को यह आबाजे लगातार आने लगती है रामू जब उठकर देखता है तो दूर- दूर तक कोई नहीं होता है।
रामू के साथ ये घटना लगातार तीन दिन तक होती रहती है। इस घटनाओ से तंग आकार रामू एक बाबा के पास पहुच जाता है और अपनी आप बीती उस बाबा को सुनाता है। रामू की बात को सुनकर वह बाबा ध्यान लगाते है और रामू से बाबा कहते है क्या तुम्हारा कोई दोस्त हुआ करता था। रामू कहता है हाँ मेरा एक दोस्त हुआ करता था जो मेरी वजह से इस दुनिया मे नहीं है।
बाबा रामू से कहते है:- देखो यह आबजे तुम्हें परेशान कर रही है ये कोई और नहीं वल्कि तुम्हारे दोस्ती की आबजे है वह तुमसे कुछ कहना चाहता है और साथ वही शरारतीपन कर रहा जो जीते जी करता था। बाबा रामू से कहते है वह अब भी तुमसे बहुत प्यार करता है तुम्हारे साथ रहना चाहता है। बाबा यह भी रामू से कहते है तुम्हें इस शरारती भूत से डरने की जरूरत नहीं है यह तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुचाएगा वल्कि तुम्हारा साथ ही देगा।
रामू बाबा की बात सुनकर सीधा घर आ जाता है और राजू के भूत से विलकुल भी नहीं डरता है वल्कि उससे बातें करने लगता है। राजू का भूत रामू के साथ वही शरारते करता है जो रामू को पसंद आती थी रामू और राजू की अटूट दोस्ती बनी की बनी रहती है इस बात को रामू किसी को भी नहीं बताता है कि उसके साथ कौन रहता है। शरारती भूत की कहानी, bhoot ki kahani 2019.
दोस्तो आपको यह कहानी कैसी लगी हमे कमेंट मे जरूर बताए और इस तरह कि कहानिया पड़ने के लिए हमारे ब्लॉग bhoot ki kahani का नाम याद रखे आपका दिन शुभ रहे।
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नमस्कार दोस्तो आप सभी का हमारे ब्लॉग bhoot ki kahani मे बहुत- बहुत स्वागत है हम आपको आज बताने जा रहे है एक ऐसी कहानी के बारे मे जो bhoot तो होता है लेकिन बहुत ही शरारती होता है। दोस्तो इस कहानी को क्रपया पूरा पड़े तभी आपको पूरी कहानी समझ मे आएगी तो आइये जानते है इस कहानी के बारे मे।
2 दोस्त बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे। इन दोस्तो का नाम एक का तो राजू था और दूसरे का नाम रामू था। यह दोनों दोस्त अक्सर साथ रहा करते थे। इन दोनो दोस्तो की दोस्ती बहुत ज्यादा अटूट थी कभी भी इन दोनों मे लड़ाई नहीं हुआ करती और नाही यह दोस्तो एक दूसरे से दूर रहा करते थे। राजू नाम का दोस्तो बहुत शरारती हुआ करता था और राजू नाम का दोस्त बहुत सीधा था।
राजू की वजह से रामू खुश रहता था क्योकि राजू चुलबुला किसम का लड़का था। राजू ही नए- नए तरीके या जोक्स मारकर रामू को हँसाया करता रहता था यही वजह थी रामू राजू से बहुत प्यार किया करता था और अपने भाई की तरह उसको मानता था। इन दोनों के परिवार मे राजू गरीब फेमिली से था और रामू अमीर फेमिली से संबंध रखता था।
इन दोनों के परिवार वाले भी इनकी दोस्ती को देखकर कुछ नहीं बोला करते थे वो जानते थे कि इन दोनों को अलग करना बहुत ही मुश्किल है क्योकि यह दोनों एक दूसरे से जुदा नहीं रह सकते। इसलिए इन दोनों के परिवार वाले दोनों से कुछ नहीं कहा करते थे। रामू के पास अच्छा खासा पैसा घर से मिलता था ताकि वह अपना खर्चा कर सके। शरारती भूत की कहानी, bhoot ki kahani 2019.
राजू के पास इतना पैसा नहीं रहा करता था कि वह अपना खर्चा कर सके इसी बात पर राजू नाखुश हो जाया करता था और अपने दोस्त रामू से कहा करता था। मे बहुत गरीब हूँ मे अपना खर्चा नहीं उठा पाता और तुम्हारे कंधो पर वजन रखे पड़ा हूँ। इस बात पर रामू राजू से नाराज हो जाया करता था कि तुम ऐसी बात कैसे कर सकते हो।
रामू ने कहा:- मे तुम्हें अपना दोस्त नहीं समझता वल्कि अपना छोटा भाई समझता हूँ आज के बाद दुबारा यह बात मत कह देना। रामू कि इस बात को सुनकर राजू खुशी से झूम उठता है और रामू को अपने गले से लगा लेता है। रामू जहा भी जाता था अपने दोस्त राजू को साथ ले जाता था ताकि उसको अपने दोस्त की कमी का एहसास न हो सके।
राजू और रामू ज़्यादातर समय एक साथ बिताया करते थे और रात को भी साथ ही सोया करते थे। राजू ने रामू की एक कमजोरी को पकड़ लिया था। रामू की कमजोरी थी कि वह रात होने पर bhuto से बहुत ज्यादा डरा करता था। इसी बात का फ़ायदा राजू उठाया करता था और रोज रात को bhoot ki kahani सुनाकर डराया करता था।
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एक दिन राजू रामू से कहकर चला जाता है कि मे आज अपनी माँ के साथ काही जा रहा हूँ मे आज रात तुम्हारे पास नहीं आ पाऊँगा। ऐसा कहकर राजू वहा से चला आता है। उस रात को रामू को डराने का इंतजाम करने लगता है। असल मे राजू को अपनी माँ के साथ कही जाने का एक बहाना और रात को रामू को डराना था। राजू एक bhayanak bhoot का मखोटा लेता है और साथ मे काले कपड़े भी लेता है।
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रामू खून देख समझ जाता है कि यह कोई bhoot नहीं है वल्कि एक आदमी है जब उसका मखोटा उतारकर देखता है तो उसका ही दोस्त राजू निकलता है। यह सब देख रामू घबरा जाता है और राजू को उठा कर एक अस्पताल मे ले जाता है जल्दी से राजू को अस्पताल मे भर्ती करबा देता है। कुछ देर बाद जब डॉक्टर बाहर आते है तो उनका कहना यही होता है कि राजू के सर मे गहरी चोट आई है।
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एक महीना बीत जाता है और रामू राजू को भूलने भी लगता है कि एक दिन अचानक रात को कुछ अजीब आबाजे रामू को सुनाई देने लगती है। रामू डर तो जाता है लेकिन अपने आप पर सैयम रखता है कि आखिर कोई ओर मज़ाक नहीं कर रहा हो। रामू को यह आबाजे लगातार आने लगती है रामू जब उठकर देखता है तो दूर- दूर तक कोई नहीं होता है।
रामू के साथ ये घटना लगातार तीन दिन तक होती रहती है। इस घटनाओ से तंग आकार रामू एक बाबा के पास पहुच जाता है और अपनी आप बीती उस बाबा को सुनाता है। रामू की बात को सुनकर वह बाबा ध्यान लगाते है और रामू से बाबा कहते है क्या तुम्हारा कोई दोस्त हुआ करता था। रामू कहता है हाँ मेरा एक दोस्त हुआ करता था जो मेरी वजह से इस दुनिया मे नहीं है।
बाबा रामू से कहते है:- देखो यह आबजे तुम्हें परेशान कर रही है ये कोई और नहीं वल्कि तुम्हारे दोस्ती की आबजे है वह तुमसे कुछ कहना चाहता है और साथ वही शरारतीपन कर रहा जो जीते जी करता था। बाबा रामू से कहते है वह अब भी तुमसे बहुत प्यार करता है तुम्हारे साथ रहना चाहता है। बाबा यह भी रामू से कहते है तुम्हें इस शरारती भूत से डरने की जरूरत नहीं है यह तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुचाएगा वल्कि तुम्हारा साथ ही देगा।
रामू बाबा की बात सुनकर सीधा घर आ जाता है और राजू के भूत से विलकुल भी नहीं डरता है वल्कि उससे बातें करने लगता है। राजू का भूत रामू के साथ वही शरारते करता है जो रामू को पसंद आती थी रामू और राजू की अटूट दोस्ती बनी की बनी रहती है इस बात को रामू किसी को भी नहीं बताता है कि उसके साथ कौन रहता है। शरारती भूत की कहानी, bhoot ki kahani 2019.
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