Bhoot ki kahani, khoon ka pyasa shaitan


नमस्कार दोस्तो आप सभी का हमारे bhoot ki kahani में बहुत बहुत स्वागत है। आज आपको एक कहानी के बारे में बताने वाले है जो एक शैतान की कहानी है तो आइए जानते है इस कहानी के बारे में आपसे निवेदन है कि कृपया इस कहानी को पूरा पड़े तभी आपको मज़ा आने वाला है।




Bhoot ki kahani, खून का प्यासा शैतान



Bhoot ki kahani, khoon ka pyasa shaitan
bhoot ki kahani 









20 साल पहले जब बहुत कम आबादी हुआ करती थी। आबादी कम थी लेकिन उस समय जंगल ज्यादा हुआ करता था। उस समय ज्यादा परिवहन भी नही हुआ करता था।




गांव भी काफी दूर दूर हुआ करते थे आज के जमाने मे गांव अब शहर में तब्दील होते जा रहे है क्योंकि हर जगह की आबादी बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। उस समय पर लोग काली शक्तिओ पर विश्वाश भी बहुत ज्यादा किया करते थे।




ऐसे में गांव में एक परिवार रहा करता था। वह परिवार बहुत गरीब था। इस परिवार के लोगो को ठीक से खाना भी नसीब नही होता था।




आप जान सकते है अगर घर मे आर्थिक तंगी हो तो आदमी कुछ भी कर सकता है। पेट के खातिर लोग चोरियां भी करते है क्योंकि उन्हें सबसे पहले खाना चाहिए।




ऐसे ही इस परिवार के साथ था ये परिवार भी ठीक से अपना गुजर बसर नही कर पा रहा था। इस परिवार में एक महिला थी जिसका कल्पिनिक नाम ( बीना ) था। जिसकी उम्र लगभग 30 साल थी और इसकी कोई भी संतान भी नही थी। इसका पति जो भी दिन में कमाता था वह घर मे दे देता था लेकिन फिर भी यह पैसे घर के लिए पूरे नही थे।



डायन का ख़ौफ़नाक चेहरा




बीना ये सब देखकर हर समय बहुत परेशान रहा करती थी वह सोचती थी हमारे घर मे कब पैसा आएगा। वह दौलत के लिए हर समय चिंता में रह करती थी। एक दिन बीना गांव से कुछ दूर एक बाबा बैठता था वह भूत प्रेत का इलाज किया करता था और लोगो की परेशानी का भी हल करता था। बीना उस बाबा के पास पहुच जाती है और दौलत पाने का तरीका जानना चाहती है।




बाबा उसको कहता है कि ये इतना आसान नही है जो तुम ये करना चाहती हो वह इतनी जल्दी हासिल नही होगा इसके लिए आपको कड़ी मेहनत और तप करना पड़ेगा तभी तुम किसी चीज को हासिल कर सकती हो। वह बाबा की बात सुनकर सीधा घर को आ गई और फिर चिंता में पड़ गई बाबा ने जो कहा था उसके बारे में सोचने लगी। आखिर में आकर बीना ने संकल्प कर लिया कि अब चाहे मुझे मौत क्यों न आ जाये में ये करके रहूंगी।




उसी बाबा के पास रात में वह पहुच गई और बाबा को हर तरह से मनाने की की कोशिश करने लगी। बाबा मना करता रहा लेकिन बीना अपनी जिद पर अड़ी रही बाबा ने बिना का के जिश्म का सौदा किया तो बीना बाबा की इस शर्त को मान जाती है और बाबा के पास वह पूरी रात रहती है। जब सुबह होती है तो बाबा बीना को कुछ क्रियाओ के बारे में बताता है और उसको कुछ मंत्र तंत्र भी देता है। बाबा ने बिना को अच्छे से समझा दिया था कि उसे अब आगे क्या करना है।












2 जिन्न की भयानक टक्कर




बीना चुपचाप अपने घर को लौट आती है और इस बात का किसी को पता नही चलने देती है। बिना अपने गांव से थोड़ी दूर आकर रात को ये सभी क्रियाए करती थी जो उस बाबा ने बताया था। इसने ये सभी क्रियाए एक महीने तक कि इसको कुछ शक्तिया भी नजर आने लगी थी जो कि काली शक्तिया थी। बीना इन शक्तिओ से बात भी करने लगी थी। एक दिन इन शक्तिओ से बीना ने पुझा की वह ढेर सारी दौलत कैसे प्राप्त कर सकती है तो उन काली शक्तिओ ने बताया कि वह बेसुमार दौलत प्राप्त कर सकती है लेकिन उसको एक काम करना होगा।




बीना ने जल्दी से पुझा की मुझे क्या काम करना पड़ेगा जल्दी मुझे बताये तो उन काली शक्तिओ ने जबाब दिया कि जब तुम्हारा बेटा पैदा हो जाये तो तुम्हे उसकी बलि देने होगी। ये सुनकर वह थोड़ा हसने लगी और उसने कहा कि अभी तक तो मुझे संतान हुई ही नही है तो आगे क्या होगी तो उन काली शक्तिओ ने बताया कि वह इस समय गर्भवती है और उस बच्चे का बाप वह तांत्रिक है जिससे तुम मिली थी। बीना भी हैरान हो जाती है और सोचने लग जाती है। वह शक्तिया उससे दुबारा पूझती है कि तुम अपने बच्चे की बलि दोगी तो वह मना कर देती है। बीना इन काली शक्तिओ से दूर हटने लगती है और ये सभी क्रियाए छोड़ देती है।




खूनी डायन का कहर, bhoot ki kahani




बीना अपने आने बच्चे के लिये बेहद प्रसन्न रहने लगती है चाहे उसको दिन में खाना या न मिले वह फिर भी खुश रहती है। 9 महीने बाद उसको एक बेटा पैदा होता है जो बहुत ही भयानक था उसकी शक्ल भी इंसानो जैसी नही थी और उसके अजीबो गरीब दांत और नाखून थे। जिस दाई ने इस बच्चे को जन्मा था वह दाई भी इस बच्चे को देखकर डर जाती है। बीना के परिवार के भी लोग उस बच्चे को देखकर डर जाते है।



नोट:- ये बच्चा ऐसा क्यों पैदा हुआ बीना ने जब बाबा के पास गई तो तब यह बच्चा ठीक था लेकिन बीना की काली क्रियाओ की वजह से इस बच्चे पर काली शक्तिओ का भी असर पड़ा और सबसे ज्यादा नुकशान उन काली शक्तिओ ने किया जो इस बच्चे की बलि माग रही थी तभी ये बच्चा शैतान के रूप में जन्मा था।




बीना समझ जाती है कि उसके बच्चे को जरूर मार दिया जाएगा तो बिना फैसला करती है कि इस बच्चे की जान बचाने के लिए वह इस गांव से दूर ही चली जाए। कोई भी माँ ये नही चाहती कि उसका बच्चा उसके आंखों के सामने मारा जाए चाहे वह शैतान क्यो न हो।












बीना रात को मौका देखकर अपने घर से उस बच्चे को लेकर दूर भाग जाती है ताकि उसके बच्चे की जान सलामत रहे है। बीना अपने बच्चे को लेकर काफी दूर चली जाती है जहाँ पर कोई आता जाता न हो और इस बच्चे की परवरिश करने लगती है। इसके परिवार वालो ने बीना को ढूढ़ने की काफी कोशिश लेकिन बीना का कुछ पता नही चला।




बीना अपने बच्चे को जंगल मे रहकर ही पाल रही थी। ये बच्चा जैसे जैसे बड़ा होता जा रहा था वैसे वैसे इसके मुंह खून लगता जा रहा था क्योंकि यह उस जंगल मे यह दूध की जगह जानवरो का खून पीने लगा था। ये बच्चा लगभग 10 साल का हो गया था तब इसकी माँ की मौत कुछ बीमारियो के कारण हो जाती है और ये बच्चा अकेला इसी जंगल मे रहने लगता है। यहाँ रहकर ये जानवरो का शिकार किया करता था और उनका मांस और खून पीता था।




यहां से शुरू होता है शैतान का आतंक





जैसे ही ये बच्चा 20 साल का हुआ तो ये एक भयानक शैतान में बदल चुका था। अगर अकेले इसको कोई इंसान देखले तो उसकी सांसे वही पर अटक जाए। यह शैतान उसी जंगल मे रहकर जानवरो को खा कर अपना पेट भरता था। इस जंगल मे कुछ साल बाद जानवर भी कम होने लगे थे तो ये शैतान गांव की ओर बढ़ने लगा ताकि उसको शिकार मिल सके। ये शैतान एक रात गांव में गुसा और एक आदमी को उठा लाया और उसको मारकर उसको खाने लगा। इस शैतान को उस आदमी का मांस सबसे अच्छा लगा।












अब ये शैतान रोजाना एक आदमी को गांव से उठाने लगा और खाने लगा। जब तेजी से लोग कम होने लगे तो लोगो ने सोचा कि आखिर आदमी कहा गायब हो जाते है तो सभी ने रात में पहरा दिया जब ये शैतान आया तो सभी गांव के लोगो को पता चल चुका था कि एक भयानक शैतान है और इसका मुकाबला करने के लिए बहुत से आदमी होने बहुत जरूरी है। ये शैतान एक आदमी को उठाकर ले जा चुका था। सुबह होते ही गांव के सभी लोगो ने दूसरे 5 से 6 गांव के लोगो से संपर्क किया और उस शैतान के बारे में जानकारी दी। ये सुनकर दूसरे गांव के लोग भी इकट्ठा हो गए। इस सभी लोगो ने प्लान बनाया की इस शैतान सबसे पहले जाल में फंसाना है और उसको आग लगा देनी है bhoot ki kahani।




जैसे ही रात होती है शैतान रात में शिकार पकड़ने आता है तो गांव के कई जगहों पर जाल लगा दिए जाते है ताकि वह उसमें अच्छे से फंस सके। ये जाल काफी मजबूत बनाये जाते है ताकि आसानी से फट न सके। शैतान कई जाल से तो बच जाता है लेकिन आखिरी वाले जाल ने फंस जाता है क्योकि ये जाल एक घर के पास लगाया गया था जहाँ पर आदमी मौजूद थे। जैसे ही जाल में शैतान फंसा वैसे ही लोग उस पर टूट पड़े और जल्दी जल्दी उस पर मिट्टी का तेल डालने लगे। जब शैतान पूरी तरह से मिट्टी के तेल लधपत हो जाता है तब इस शैतान को आग लगा दी जाती है फिर इस शैतान का अंत होता है और bhoot ki kahani का भी अंत होता है।




दोस्तो माँ आखिर माँ होती है चाहे उसका बच्चा कैसा भी हो लेकिन माँ नजर में उसका बच्चा सदैव लाडला रहता है ममता के आगे सारि दौलत बेकार है उसे अपने बच्चे से ज्यादा कुछ नही चाहिए। इसलिए दोस्तो अपनी माँ को सदैव खुश रखे क्योकि उन्होंने आपको हमे किस तरह पाला होगा।




दोस्तो आपको ये bhoot ki kahani कैसी लगी हमे कमेंट में जरूर बताएं और साथ ही इस कहानी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले आपका दिन शुभ रहे।













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